Sukh Karta Dukh Harta Aarti Lyrics – सुख कर्ता  दुख करता आरती लिरिक्स

Sukh Karta Dukh Harta Aarti Lyrics
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सुख कर्ता दुःख करता आरती के बोल इस दौरान श्रद्धालु हर दिन गणेशजी की पूजा और आरती करते हैं। किंतु शास्त्रों में कहा गया है कि गणाधिपति भगवान गणेश की नियमित आरती सभी बीमारी दूर करती है। “सुख कर्ता दुःख हर्ता” आरती में भगवान गणेश की सर्वोच्च प्रशंसा की जाती है। इस आरति के शब्दों में छुपे हैं उनके दुःखहर्ता और सुखदायक गुण, जो हमें जीवन का महत्व बताते हैं। यह आरति की पंक्तियाँ हमें ईश्वर की आराधना, आत्मविश्वास बढ़ाने और आंतरिक शांति पाने में मदद करती हैं। इसके लिए, “सुख करता दुःख हर्ता गणेश आरती लिरिक्स (Sukh Karta Dukh Harta Ganesh Aarti Lyrics)” के शब्दों को समझना बहुत महत्वपूर्ण है।

Sukh Karta Dukh Harta Aarti Lyrics

Sukh Karta Dukh Harta Aarti Lyrics – सुख कर्ता  दुख करता आरती लिरिक्स

सुख करता दुख हर्ता, वार्ता विघ्नाची |
नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची ||

सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची |
कंठी झलके माल मुकताफळांची ||

जय देव जय देव

जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति .. जय देव जय देव

जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति .. जय देव जय देव

रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा |
चंदनाची उटी कुमकुम केशरा ||

हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा |
रुन्झुनती नूपुरे चरनी घागरिया ||

जय देव जय देव
जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति .. जय देव जय देव
जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति .. जय देव जय देव

लम्बोदर पीताम्बर फनिवर वंदना |
सरल सोंड वक्रतुंडा त्रिनयना ||

दास रामाचा वाट पाहे सदना |
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवर वंदना ||

जय देव जय देव

जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति .. जय देव जय देव

जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति .. जय देव जय देव

शेंदुर लाल चढायो अच्छा गजमुख को |
दोन्दिल लाल बिराजे सूत गौरिहर को ||

हाथ लिए गुड लड्डू साई सुरवर को |
महिमा कहे ना जाय लागत हूँ पद को ||

जय देव जय देव

जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता .. जय देव जय देव

जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता .. जय देव जय देव

अष्ट सिधि दासी संकट को बैरी |
विघन विनाशन मंगल मूरत अधिकारी ||

कोटि सूरज प्रकाश ऐसे छबी तेरी |
गंडस्थल मद्मस्तक झूल शशि बहरी ||

जय देव जय देव

जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता .. जय देव जय देव

जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता .. जय देव जय देव

भावभगत से कोई शरणागत आवे |
संतति संपत्ति सबही भरपूर पावे ||

ऐसे तुम महाराज मोको अति भावे |
गोसावीनंदन निशिदिन गुण गावे ||

जय देव जय देव

जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता .. जय देव जय देव

जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता .. जय देव जय देव

जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता .. जय देव जय देव

जय जय जी गणराज विद्यासुखदाता
धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा मत रमता .. जय देव जय देव

Sukh Karta Dukh Harta Aarti Lyrics in English

sukh karata dukhaharta, vaarta vighnachee||
nooravee poorvee prem krpa jayaachee||
sarvaangee sundar ut shendu raachee||
kanthee jhalake maal mutyaphu raanchee||

jay dev jay dev, jay mangal moorti,
darshanamaatre manah sakaam poorti…jay dev jay dev,

ratnakhachit phara taj gaureekumaar|
chandanaachee utee kumakum keshara||

heere jadit mukut shobhato baink|
runzutee noopure charanee ghagariya||

jay dev jay dev, jay mangal moorti|
darshanamaatre manah sakaam poorti…jay dev jay dev||

lambodar peetaambar phanivar vandana|
saral sond alatunda trinayana||

daas raamaacha vaat paahe sadana |
sankatee paavaave nirvaanee rakshaave suravar vandana||

jay dev jay dev, jay mangal moorti |
darshanamaatre manah sakaam poorti||

jay dev jay dev

shendur laal chadhaayo achchha gajamukh ko||
dondil laal biraaj sut gaurihar ko||

haath ke lie chaahe laddoo saee suravar ko||
mahima kahe na laagat laagat hoon pad ko||

jay jay jay jay jay

jay jay jee ganaraaj vidyaasukhar ||
aasheervaad tuhaaro darshan mera mat nahin karana||

jay dev jay dev

asht siddhi daasee sankat ko bairee||
vighn vinaashan mangal moorat adhikaaree||

koti sooraj prakaash aisee chhabee teree||
gandast madmastak jhool shashi baharee||

jay jay jay jay jay

jay jay jee ganaraaj vidyaasukhar||
aasheervaad tuhaaro darshan mera mat nahin karana||

jay dev jay dev

bhaavabhagat se koee sharanaagat aave||
santati sampatti sabahi bharapoor paave||
aise tum mahaaraaj moko ati bhaave||
govaasaviaanand nishidin gun gaave||
jay jay jee ganaraaj vidyaasukhar||

aasheervaad tuhaaro darshan mera mat nahin karana||

Sukh Karta Dukh Harta Aarti karne ki vidhi

  • आरती करने से पहले आपको एक शुद्ध और पवित्र स्थान चुनना चाहिए। एक मंदिर या पूजा घर उपयुक्त हो सकता है।
  • आरती करने से पहले, आपको भगवान गणेश की पूजा करने का फैसला करना चाहिए और उनसे अपना श्रद्धांजलि देना चाहिए।
  • “सुख कर्ता दुःख हर्ता” आरती के शब्द हैं। आरती के दौरान आरती की थाली को घुमाने से दीपक की रोशनी आसपास फैलेगी।
  • आरती के बाद, आपको भगवान गणेश का स्मरण करना चाहिए और उनकी कृपा का आभास करना चाहिए।

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